भारत ने 24 अगस्त 2025 को ओडिशा तट पर Integrated Air Defence Weapon System (IADWS) का पहला सफल परीक्षण किया। यह DRDO की बड़ी उपलब्धि है जो भारत की हवाई सुरक्षा क्षमता को और मजबूत करेगी।
क्या है यह एयर डिफेंस सिस्टम?
डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित Integrated Air Defence Weapon System (IADWS) एक आधुनिक वायु रक्षा तकनीक है, जो दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन और मिसाइलों को एक साथ निशाना बना सकती है। यह प्रणाली कई परतों में सुरक्षा प्रदान करती है, यानी दुश्मन के हमले को कई स्तरों पर रोकने की क्षमता रखती है।
कहाँ हुआ परीक्षण?
इसका पहला सफल परीक्षण ओडिशा तट के पास किया गया। परीक्षण के दौरान इसने दुश्मन की नकली मिसाइल को सटीक निशाना बनाकर नष्ट कर दिया।
क्यों है यह भारत के लिए अहम?
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भारत की हवाई सुरक्षा प्रणाली और मज़बूत होगी।
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सीमा पर दुश्मन की किसी भी हवाई गतिविधि को तुरंत रोका जा सकेगा।
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दुश्मन के ड्रोन, मिसाइल और फाइटर जेट भी इस सिस्टम से ध्वस्त किए जा सकेंगे।
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Make in India के तहत यह पूरी तरह स्वदेशी तकनीक है।
रक्षा विशेषज्ञों की राय
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रणाली भारत को चीन और पाकिस्तान की हवाई चुनौतियों से निपटने में काफी मदद करेगी। साथ ही यह भविष्य में भारतीय सेना के लिए "गेम चेंजर" साबित हो सकती है।
आगे की योजना
रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि आने वाले समय में इस सिस्टम को भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना – तीनों में शामिल किया जाएगा।
निष्कर्ष
भारत का यह परीक्षण देश की सुरक्षा व्यवस्था को नई दिशा देता है। DRDO की यह उपलब्धि दिखाती है कि भारत अब हवाई रक्षा के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर बनता जा रहा है।